तुहिन एक नजर का देख्नु मनपराइ लग्नु । कुछ कबो कि कैक, डान-डान डराइ लग्नु ।
मन नै मानल फेन मै तुहिन खोज आई लग्नु, कल्पना के डोसर डुनियम आझ हेराइ लग्नु ।
देबेन्द्र चौधरी पटेला गाउँ धनगढी हाल नेपालगन्ज