टोंहाँर यादमे छट्कटाके मुक्तक लिख्ठुँ । सेउहाँरहस लट्पटाके मुक्तक लिख्ठुँ । सहट सहट छातीक् घाउ बज्बजागैल, चर्कल घाउमे फट्फटाके मुक्तक लिख्ठुँ । सागर कुश्मी